फिल्म फेस्टिवल्स और अवॉर्ड समारोहों में छाई रही 'दादा लखमी'
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फिल्म फेस्टिवल्स और अवॉर्ड समारोहों में छाई रही 'दादा लखमी'

दादा लखमी के साथ शुरु की एक्टर यशपाल शर्मा ने अपनी निदेशकीय पारी

फिल्म फेस्टिवल्स और अवॉर्ड समारोहों में छाई रही 'दादा लखमी'

हाल ही में दिल्ली-एनसीआर में चल रहे 'काशी इंडियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड्स' (कीफ़ा) में देश-विदेश से आमंत्रित हुई कई फिल्मों के बीच हरियाणा के म्यूज़िकल लीजेंड दादा लखमीचंद की बायोपिक फिल्म 'दादा लखमी- द म्यूज़िकल जर्नी ऑफ पंडित लखमीचंद' चार कैटेगिरी में अवॉर्ड अपने नाम करके पूरे फेस्टिवल पर छाई रही।

इस कैटेगिरी में मिलने वाले अवॉर्ड और आर्टिस्ट हैं- बेस्ट बायोपिक फिल्म (रविन्दर सिंह राजावत और यशपाल शर्मा), बेस्ट एक्टर इन सपोर्टिंग रोल (राजेंद्र गुप्ता), बेस्ट एक्टर इन दादा लखमी'स यंग रोल (हितेश शर्मा), बेस्ट डायरेक्टर-डेब्यू (यशपाल शर्मा)। इससे पहले जोधपुर में हुए 'राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल' में अपने वर्ल्ड प्रीमियर के दौरान भी 'दादा लखमी' ने बेस्ट म्यूज़िकल फिल्म का अवॉर्ड अपने हिस्से में दर्ज कराया था।

दादा लखमी के संगीतकार जाने-माने म्यूज़िक डायरेक्टर उत्तम सिंह
दादा लखमी के संगीतकार जाने-माने म्यूज़िक डायरेक्टर उत्तम सिंह

ग़ौरतलब है कि फिल्म का म्यूज़िक दिया है, उत्तम सिंह ने, जो कि बॉलीवुड का एक जाना-माना नाम हैं।

दादा लखमी के निदेशक यशपाल शर्मा

इस फिल्म के साथ ख़ास बात ये है कि बॉलीवुड एक्टर यशपाल शर्मा ने इसी के साथ अपनी निदेशकीय पारी की शुरुआत भी कर दी है। साथ ही उन्होंने फिल्म में मुख्य भूमिका भी अदा की है। गंगाजल, लगान, अपहरण, अब तक छप्पन, सिंह इज़ किंग, ट्यूबलाइट जैसी अनेक फिल्मों में अपनी अदाकारी के जलवे दिखा चुके यशपाल शर्मा ने 'दादा लखमी' फिल्म को अपनी मातृभूमि को अपना ट्रिब्यूट बताया है। यह उनका ड्रीम प्रॉजेक्ट था, जिसकी शुरुआत पांच साल पहले ही हो गई थी। इन सालों की लगातार मेहनत और समर्पण का ही नतीजा है कि 'दादा लखमी' अब तक जहां भी फिल्म फेस्टिवल्स में प्रर्दशित की गई, इसने न सिर्फ़ दर्शकों की भरपूर प्रशंसा प्राप्त की, बल्कि आलोचकों ने भी इसे खुलकर सराहा। जल्दी ही यह फिल्म दर्शकों के सामने भी होगी।