19 नवंबर को सुष्मिता सेन अपना बर्थडे सेलिब्रेट करने जा रही हैं और ये दिन उनके प्रशंसकों के लिए बेहद ख़ास होता है। हो भी क्यों न! सुष्मिता सेन की शख़्सियत है ही ऐसी कि चाहे रील लाइफ हो या रियल लाइफ, उनका जवाब नहीं। वे जितनी अच्छी एक्ट्रेस हैं, उससे भी बढ़कर अच्छी इंसान हैं। अगर उनकी अब तक की ज़िंदगी पर अगर एक नज़र डाली जाए तो उनका हर क़दम ऐसा रहा है कि जो उन्हें भीड़ से अलग बनाता है और इसके पीछे काम करता है उनका भरपूर आत्मविश्वास और अपने से प्यार करने की कला। सच ही तो है कि जो सही मायनों में अपने आपसे प्यार करना जानता है, वही दूसरों को भी बेग़रज़, निस्वार्थ प्यार दे सकता है। यही वजह है कि फिल्मी दुनिया में बहुत ज़्यादा शानदार या कामयाब करियर न होने के बावजूद वे हमेशा चर्चाओं में भी बनी रहती हैं और उनके हिस्से में प्रशंसकों का इतना प्यार भी आता है, जो अच्छे-अच्छों को नसीब नहीं होता।
लोकल मार्केट से ख़रीदे कपड़ों में जीता मिस इंडिया का ख़िताब
साल 1994 में जब सुष्मिता सेन ने मिस इंडिया के लिए अपना नॉमिनेशन कराया था तो उसी साल ऐश्वर्या राय भी इसकी दावेदारी में लगी हुई थीं, लेकिन ज़मीनी सच्चाई से जुड़े सुष्मिता के जवाब ने जजेस का दिल जीत लिया और मिस इंडिया का ताज सजा सुष्मिता सेन के सिर पर। मिस इंडिया की प्रतियोगिता से जुड़ी दो बातें हमेशा बेहद चर्चाओं में रहती हैं। पहली तो यही कही जाती है कि मिस इंडिया की प्रतियोगिता में ऐश्वर्या राय की ख़ूबसूरती के इतने चर्चे थे कि एक बारगी तो सुष्मिता सेन ने भी अपना नॉमिनेशन वापस लेने जैसा कदम उठा लिया था, लेकिन फिर अपनी मां के हौसला बढ़ाने पर उन्होंने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का इरादा बना लिया। दूसरी बात ख़ुद सुष्मिता सेन ने एक टीवी शो के दौरान बताई थी कि मिस इंडिया की प्रतियोगिता में उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वे महंगे कॉस्ट्यूम ख़रीद सकें। ऐसे में उन्होंने सरोजिनी नगर मार्केट से ख़रीदे कपड़े से एक लोकल टेलर से सिलाई गई ड्रेस और सॉक्स से बने ग्लव्स पहनकर सिर्फ़ अपने आत्मविश्वास और हाज़िरजवाबी से यह प्रतियोगिता अपने नाम कर ली थी और फिर मिस यूनिवर्स का ताज अपने नाम किया। यही आत्मविश्वास तो सुष्मिता सेन को सुष्मिता सेन बनाता है।
मां बनने के गौरव के लिए नहीं किया शादी का इंतज़ार
यह बात जगज़ाहिर है कि सुष्मिता सेन बेहद बुलंद इरादों की महिला हैं। उन्हें बच्चों से बेहद प्यार है। साथ ही कैमरे की चकाचौंध के बिना भी वे अनेक सामाजिक कार्यों में लगी रहती हैं। ये काम वे अपनी ख़ुशी के लिए करती हैं, न कि दुनिया को दिखाने के लिए। यह बात तो उनके सभी प्रशंसकों को पता है कि सुष्मिता सेन ने दो बच्चियों को गोद लिया हुआ है, रिनी और अलिसाह। वे बतौर सिंगल मदर इस रोल को बख़ूबी निभा भी रही हैं, मगर ये बात बहुत कम ही लोगों को पता है कि दूसरी बच्ची को गोद लेना उनके लिए भी इतना आसान नहीं था, क्योंकि नियमानुसार अगर आप पहले एक बच्ची को गोद ले चुके हैं तो दूसरी संतान भी बच्ची ही नहीं ले सकते, मगर सुष्मिता सेन इस बात का इरादा कर चुकी थीं कि वे दूसरी भी बच्ची ही गोद लेंगी और अपने इस इरादे के रास्ते में उन्होंने किसी भी बाधा को नहीं आने दिया। आज वे इन दोनों ही बच्चियों की परवरिश बेहद आदर्श ढंग से कर रही हैं। सबसे अच्छी बात ये है कि उन्होंने अपनी बेटियों को भी मानसिक रूप से अपनी ही तरह स्ट्रॉन्ग बनाया है और कभी इस बात को उनसे छिपाने की कोशिश नहीं की है कि वे उनकी मां तो हैं, लेकिन बायोलॉजिकल ढंग से नहीं। उनकी छलछलाती ममता के आड़े और कोई बात आती भी नहीं है।
कविताओं की हैं बेहद शौकीन
सुष्मिता सेन को पढ़ने-लिखने का बेहद शौक है। वे अपने ख़ाली वक़्त में भी कभी अकेली नहीं रहती हैं, बल्कि दुनिया की सबसे सच्ची और अच्छी दोस्त, यानी कि किताबों से घिरी रहती हैं। पढ़ने में उन्हें प्रेरक जीवनियां और कविताएं बेहद भाती हैं। यहां तक कि वे ख़ुद भी कविताएं लिखने का शौक रखती हैं। हां ये और बात है कि वे कभी भी इस बात की चर्चा बहुत ज़्यादा नहीं करती हैं। किताबें पढ़ने का शौक उन्होंने अपनी दोनों बेटियों को भी विरासत में दिया है।
फैट से फिटनेस आइकॉन तक
पैंतालिस साल की उम्र की दहलीज़ पर पहुंच चुकीं सुष्मिता सेन की बेमिसाल फिटनेस भी लोगों को ख़ूब आकर्षित करती है। हालांकि एक वक़्त ऐसा था, जब वे एक टीवी शो को होस्ट कर रही थीं और उस वक़्त उन्हें उनके बढ़े हुए वज़न के चलते काफ़ी आलोचना सहनी पड़ी थी। इस विषय में सुष्मिता सेन का हमेशा यही कहना रहा है कि वे इस बात का महत्व जानती हैं कि वे जिस प्रोफेशन का हिस्सा हैं, वहां उनका आउटलुक भी बहुत मायने रखता है, लेकिन किसी के संपूर्ण व्यक्ति्व का आंकलन या सुंदरता की परिभाषा सिर्फ़ उसके शरीर के वज़न के आधार पर तय नहीं करनी चाहिए। हो सकता है कि दिल का कोई बेहद अच्छा इंसान भी किसी बीमारी या दिक्कत के चलते बढ़े हुए वज़न का शिकार हो। ख़ुद उसके बाद उन्होंने फिटनेस को अपनी दिनचर्या का एक अटूट हिस्सा बना लिया, जिसका अंदाज़ा उनकी सदाबहार ख़ूबसूरती को देखकर लग ही जाता है, जो उनकी कुछ समय पहले आई वेबसीरिज़ आर्या में नज़र आई थी। अब जल्दी ही इस वेबसीरिज़ का सिक्वल भी दर्शकों के सामने होगा।
रिश्तों में बरती है हमेशा ईमानदारी
सुष्मिता सेन अपने रिश्तों के प्रति हमेशा ईमानदार रही हैं, चाहे वे उनके माता-पिता, भाई, बेटियां हों, दोस्त हों या फिर उनके लव अफेयर्स। उन्होंने कभी किसी पर्देदारी की ज़रूरत महसूस नहीं की और न ही रिश्तों का बोझ लेकर चली हैं। उनका मानना है कि कोई भी रिश्ता परस्पर आपसी समझ, सम्मान और विश्वास के आधार पर ही बन और निभ सकता है। ऐसे में जब भी उन्हें यह लगा कि उनका कोई अफेयर इन बातों को पूरा नहीं कर पा रहा है तो उन्होंने उस रिश्ते से दूरी बनाने के लिए सोचने में ज़्यादा वक़्त नहीं लिया। साथ ही उन्हें रिश्तों में की जाने वाली चिटिंग भी बर्दाश्त नहीं है। उनके रिश्ते हमेशा सभी के लिए खुली किताब रहे हैं।