खांसी, ज़ुक़ाम, नज़ला, बुख़ार, त्वचा का रूखापन या फिर रेडनेस, ये सभी ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जो सर्दियों के मौसम की शुरुआत के साथ ही सभी को परेशान करना शुरू कर देती हैं। ये बात तो इतनी जानी-मानी है कि इनसे बचने के घरेलू नुस्ख़े भी सदियों से चले आ रहे हैं, जिन्हें हम दादी-नानी के नुस्ख़ों के रूप में जानते आए हैं। हालांकि आज ऊपर बताए किसी भी रोग के लि सीधा दवाएं लेने का प्रचलन है, फिर भी हम आपको कुछ ऐसे पेय पदार्थों, यानी कि ड्रिंक्स के बारे में बता रहे हैं, जिनके सेवन से आप सर्दियों की इन स्वास्थ्य समस्याओं से बचे रह सकेंगे।
हल्दी-शहद वाला दूध
बरसों का जाना-पहचाना नुस्ख़ा, जो हर घर में कभी न कभी, किसी न किसी रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। शायद ही कोई ऐसा किचेन होगा, जहां पर हल्दी और शहद न मिलता हो। सो बस, अगर आपको सर्दी में बहुत जल्दी-जल्दी खांसी-ज़ुक़ाम, बदन दर्द, बहुत ज़्यादा छींकें आना जैसी समस्याएं परेशान करती हैं तो नियमित रूप से रात में सोने से पहले तेज़ गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी और एक चम्मच शहद डालकर पीने से आपको इन सभी समस्याओं से निजात मिलेगी।
सौंफ का उबला पानी
सर्दियों में कई लोगों को प्यास कम लगती है, सो वे उतना पानी पीने में भी कोताही करते हैं, जो कि हर मौसम में नियमित रूप से पीना स्वस्थ शरीर के लिए बहुत ज़रूरी होता है। ऐसे में उन्हें कई बार पेशाब में जलन होना या खुलकर पेशान न आना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा होने की स्थिति में अगर दो ग्लास पानी में दो चम्मच सौंफ डालकर गर्मागर्म ही पिया जाए तो इस समस्या से राहत मिलेगी। साथ ही पेशाब भी खुलकर आएगा।
ज़ीरे का पानी
जहां कुछ लोगों को सर्दियों में ठीक से पेशाब न आने की समस्या होती है तो वहीं पर कुछ लोग सर्दियों के दिनों में बार-बार या बहुत ज़्यादा बार वॉशरूम जाने की समस्या से भी परेशान रहते हैं। ऐसे में अगर दो कप पानी में एक चम्मच ज़ीरा डालकर तब तक उबालें, जब तक कि पानी आधा न रह जाए और फिर छानकर दिन में दो बार चाय की तरह पिएं तो अधिक मूत्र आने की समस्या का समाधान हो सकता है।
अदरक-मुलैठी का पानी
गला बैठना, यानी कि आवाज़ का ख़राब होना भी सर्दियों की समस्याओं में से एक है। गला बैठने की स्थिति में दो कप पानी में एक छोटी गांठ अदरक और आधा चम्मच पाउडर मुलैठी का मिलाकर उबाल लें। पानी के आधा रह जाने पर इसे दिन में दो बार पिएं। इसे भी गर्म ही पीने से लाभ मिलेगा। इसके साथ-साथ अगर गर्म पानी में नमक मिलाकर उसके गरारे भी किए जाएं तो आवाज़ पर बहुत जल्दी इसका असर देखने को मिलेगा।
देशी घी की चाय
अगर सर्दियों के मौसम में आप त्वचा के बहुत ज़्यादा रूखेपन, गले में ख़राश होने या बहुत ज़्यादा खांसी से परेशान हैं तो कुछ दिनों तक रोज़ाना रात को सोने से पहले दो कप पानी में आधा चम्मच चायपत्ती, दो-चार लौंग, कुछ तुलसी के पत्ते, एक छोटी गांठ अदरक, एक छोटा सा टुकड़ा दालचीनी का मिलाकर उबाल लीजिए। जब पानी आधा रह जाए तो इसमें ऊपर से एक चम्मच शहद और दो चम्मच शुद्ध देशी घी डालकर अच्छी तरह से मिला लें और गर्म ही चाय की तरह पिएं। बस याद रखें कि इसके बाद आपको अगले चार से पांच घंटे तक कुछ भी खाना-पीना नहीं है। यहां तक कि पानी भी नहीं पीना है। याद रखिएगा कि इस ड्रिंक को पीने के बाद अगले चार-पांच घंटे तक आपको पानी बिल्कुल नहीं पीना है। यह फ़ायदे की बजाय नुकसानदायक हो जाएगा।